क्या SEBI का एक्शन पड़ेगा भारी ? Quant Mutual Fund पर छापेमारी के बाद क्या इन्वेस्टर्स खो सकते है अपना पैसा ? जानिए इस रिपोर्ट मे
यह मामला पिछले हपते से ही चालू हो गया था शुक्रवार को सभी से पूछताछ चालू हो गई थी जो क्वान्ट डिलर्स और इस मामले से जुड़े सभी लोगों से भी पूछताछ पिछले हपते ही चालू हो गई थी। फिलहाल आप पढे और समजे की आगे क्या इन्वेस्टर्स को नुकसान झेलना पड़ेगा या नहीं।
जी हा सही पढ़ रहे है आप SEBI ने कडक कारवाई की है , जो फ्रंट रनिंग मामले के बारेमे Quant Mutual Funds के ढिकनों पर छापेमारी की है , तो क्या इन्वेस्टर अपना पैसा खो सकते है ये सवाल उठ रहा है , उसी डोरण फंड हाउस ने बयान भी जारी किया है जो हम आपको भी दिखाएगे की उस लिस्ट मे कौन कौन आता है।
Quant Mutual Fund
SEBI की बड़ी कारवाई के बाद लोगों का सोचना वाजिब है की यह कारवाई के बाद इन्वेस्टर्स को नुकसान होगा क्या होगा यह सब सोच रहे है ,तो इस दौरान Quant Mutual Funds के खिलाफ सेबी की ने कारवाई की है , सेबी ने Quant Mutual Funds के ठिकानों पर तलाशी ली और भी जारी है।
NBT न्यूज के रिपोर्ट के अनुसार फंड हाउस की जगहों पर तलाशी जारी है जो मुंबई और हैदराबाद के ठिकानों को बताया जा रहा है। फंड हाउस को 2017 मे सेबी (SEBI – Security Exchange Board of India) से लियसेन्स मिला था
Security Exchange Board of India (SEBI) ने फ्रंट रनिंग मामले मे Quant Mutual Funds के ठिकानों पर रेड लगाई है और सारी तलाशी के साथ सेबी का जब्ती अभियान भी चालू है , मीडिया रेपोर्ट्स के अनुसार सेबी ने दो जगह चपेमारी चालू कर दी है एक मुंबई और दूसरा हैदराबाद यह पर तलाशी के साथ साथ जप्ती चालू है।
यह मामला पिछले हपते से ही चालू हो गया था शुक्रवार को सभी से पूछताछ चालू हो गई थी जो क्वान्ट डिलर्स और इस मामले से जुड़े सभी लोगों से भी पूछताछ पिछले हपते ही चालू हो गई थी।
Quant Mutual Funds के बारे मे
- Quant Mutual Funds की शुरुआत संदीप टंडन ने की थी।
- साल 2017 मे सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) से Quant Mutual Funds को लाईसेंस मिल था।
- Quant Mutual Funds देश मे काफी जल्दी से बढ़ने वाला म्यूचूअल फंड रहा है।
- रेपोटर्स के मुताबिक अगर देखे तो इस फंड की संपती 90,000 करोड़ की बताई जा रही है।
- वही साल 2019 मे सिर्फ 100 करोड़ रुपए की थी।
- सिर्फ इसी साल जनवरी मे इसकी संपती 50,000 करोड़ के पार कर गई थी।
- इसके पोर्टफोलीओ मे 54 लाख पोर्टफोलीओ और 26 स्कीमस शामिल है।
- अब फंड हाउस ने इस मामले मे इन्वेस्टर्स के लिए यक बयान जारी किया है।
फ्रंट रनिंग क्या है ?
फंड मैनेजर या ब्रोकर को आने वाले बड़े बड़े ट्रेड के बारेमे पहले से जानकारी होती है ऐसी अवैध गतिविधिया है जिसे फ्रंट रनिंग कहा जाता है। इसी वजहसे सबसे पहले ही ऑर्डर देकर सबसे ज्यादा और अच्छा मुनाफा कमानेमे कामयाब रहते है। यही मीडिया रिपोर्ट के अनुसार होने वाला जो मुनाफा है वह करीबन 20,000 करोड़ है
सेबी ने खुद की मॉनिटरिंग टीम की मदद से फंड हाउस मे ऑपरेशन की जांच शुरू कर दी थी और संदिग्ध ट्रैडिंग पेटर्न पकड़ी है। इस साल इसके पोर्टफोलीओ मे 54 लाख पोर्टफोलीओ और 26 स्कीमस शामिल है। इसी वजह से सेबी इन सभी फंड को खातम करने के लिए म्यूचूअल फंड के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर रहा है।
पिछले 3-5 साल के अंदर इस म्यूचूअल फंड का पेरफोमन्स काफी बेहतर रहा है , यही नहीं यह स्मॉल कैप फंड हाल ही मे 20,000 करोड़ के फंड को एभी मेनेज कर रहा है। यही बात बात रहे है की तभी फंड का प्रदर्शन बहुत ही अच्छा रहा है , इसी वजह से निवेशक काफी असमंजस मे फसे है की उसका भी नुकसान होगा क्या ? तो इसका जवाब है हा , फंड मेनेजर या कंपनी की इसी तरह की अनियमितता की वजह से जरूर नुकसान हो सकता है।
- इसी कारण फंड पंड पर कोई विश्वास नहीं करेगा और इसकी वैल्यू भी डाउन होगी।
- इसके कारण इन्वेस्टर्स अपना पैसा निकाल सकते है।
क्वान्ट म्यूचूअल फंड का बयान
क्वान्ट म्यूचूअल फंड ने बयान देते हुवे कहा है की देश के मार्केट रेगुलेटर के सवालों का प्रत्युतर दे रहा है , मगर उसकी पूछताछ का कोई खुलासा नहीं किया गया।
फंड ने अपने बयान मे दावा किया है की उससे हो सकेगी उतनी जरूरी सहाय करेगा साथ हो कॉ-ऑपरेट भी करेगे। साथ ही सेबी को आवश्यकता के अनुसार सारा डाटा और जो सेबी को जरूरत लगे उसकी हर तरीके से सहायता प्रदान करता रहेगा।
निष्कर्ष
MarketTrendZona आपको बताना चाहेगा की यह इनफार्मेशन केवल आपकी जानकारी के लिए प्रदान की गई है , हम आपको किसी भी प्रकार का इनवेस्टमेंट करने की सलाह या फिर प्रेरित नहीं कर रहे,अगर आपको शेयर मार्केट मे रुचि है तो आप जरूर इन्वेस्ट करे और अच्छी इंकम कर सकते है मगर अपने रिस्क पर।
यह जानकारी हुमने इंटरनेट के जरिए इकट्ठी की है अगर कोई भी त्रुटि हो तो हमे जानकारी दे और त्रुटि हमारे साथ साजा करे धन्यवाद।